दिल्ली में मोनिका-कुलदीप और शोभा की प्रतिष्ठा के नाम पर की गई हत्या का मुद्दा अभी ठंडा भी नहीं हुआ है कि घरवालों की मर्जी के खिलाफ अंतरजातीय विवाह करने वाले जोड़े ने लड़की के भाई से जान का खतरा बताते हुए दिल्ली महिला आयोग से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
आयोग ने जोडे़ को सुरक्षा का आश्वासन देते हुए कहा है कि लड़कियों पर हो रहे अत्याचारों को आयोग सहन नहीं करेगा। अशोक विहार इलाके में सगे भाइयों द्वारा बहनों की हत्या की घटना ने इस जोडे़ को इतना डरा दिया है कि उन्होंने 21 जून 2010 को आर्य समाज मंदिर में शादी तो कर ली, परंतु अपने घर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए, क्योंकि लड़की का भाई लगातार उन्हें मारने की धमकी दे रहा है। श्याम विहार, छावला दिल्ली की रहने वाली बीस वर्षीय निधि को अपने पड़ोसी कुलभूषण से शादी करना चाहती थी। दोनों मूलरूप से यूपी के रहने वाले हैं।
जब नौ जून को निधि ने अपने घर वालों को इस बारे में बताया तो उन्होंने अलग-अलग जाति होने के कारण दोनों की शादी कराने से इंकार कर दिया और उसकी पिटाई की। इतना ही नहीं, उसे मारने की कोशिश भी की गई। इसके बाद निधि और कुलभूषण ने घर से भागकर 21 जून 2010 को शादी कर ली। जिसके बाद पुलिस व लड़की के परिजन उन्हें लगातार धमकी दे रहे है। दोनों ने छावला थाने के एसएचओ व पुलिस आयुक्त से इसकी शिकायत की है।
महिला आयोग की चेयरपर्सन बरखा सिंह ने बताया कि उन्होंने शिकायत दर्ज कर ली है। दोनों बालिग हैं और अपनी मर्जी से शादी की है। उन्होंने कहा कि लड़कियों पर जाति के नाम पर हो रहे अत्याचारों को आयोग सहन नहीं करेगा। लड़के के परिजन बहू को घर में रखने को तैयार हैं। ऐसे में आयोग खुद संबंधित डीसीपी व थानाध्यक्ष से बात कर उनको सुरक्षित घर पहुंचाने का प्रबंध करेगा।
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