Tuesday, February 24, 2009

"मिल गई हो जिसे मोहब्बत तुम्हारी"


बहुत खुबसुरत है ये साथ तुम्हारा,

बना दीजिए इसे किस्मत हमारी,

उसे और क्या चाहिए दुनिया में,

मिल गई हो जिसे मोहब्बत तुम्हारी।

1 comment:

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

jisko mohabbat mil jaye usko kisi or ki jarurat rahti hee nahi. narayan narayan