Thursday, January 1, 2009

"'जान' हैप्पी न्यू ईयर' "

आज अपनी किस्मत पर बहुत गुस्सा आ रहा है। आखिर मैंने ही कौन से पाप किए हैं कि ये सब मेरे साथ होता है। जो सोचता हूं। जैसा चाहता हूं। हमेशा उसका उल्टा ही होता है। आज भी उसने फोन नहीं किया। ये दो दिन मेरे लिए कैसे निकले हैं कोई भी इनका अन्दाजा नहीं लगा सकता। दो दिन दो जन्मों के समान लग रहे हैं। आज 1 जनवरी है। मैं सोच रहा था कि आज तो वो जरूर फोन करेगी। मैं साल का पहला दिन उसकी आवाज सुनकर शुरू करना चाहता था। और इसके लिए मैं अपने घर से भी जल्दी निकल गया। वो भी सुबह-सुबह मम्मी से झगड़ा करके। मम्मी आज सुबह-सुबह नए साल पे मेरे लिए हलवा बनाकर मुझे खिलाना चाहती थी। पर मैं टाईम कम होने के कारण उनसे झगड़ा कर बैठा और साल के पहले ही दिन उनका भी दिल दुखा दिया। फिर भाई से भी झगड़ा कर लिया। ये सब किसलिए सिर्फ उससे बात करने के लिए। क्योंकि रात को उसका मैसेज आया था:- ''Hi Jaan Happy New Year in advance will talk 2 you tomorrow I Love You" इसलिए घर से जल्दी निकलना चाहता था। पूरी रात जागता रहा उसी के ख्यालों में खोया रहा। सुबह सबसे पहले उठ कर अपना मोबाईल देखा और उसका फोटो देखकर उसे 'किस' किया और उसे Happy New Year कहा। फिर सबसे पहले उठकर नहा-धोकर पुजा भी कर ली। तब तक मम्मी भी मन्दिर से आ गई। मैंने मम्मी को कहा जल्दी से नाश्ता दे दो और खाना पैक कर दो मुझे जाना है। और इसी बात पर मेरा मम्मी से झगड़ा हो गया। थोड़ा लेट तो हो ही चुका था। फिर भी जल्दी भागता हुआ घर से निकला और जैसे-तैसे ऑफिस पहुंचा। तब तक काफी देर हो गई थी और रास्तेभर में मेरा पूरा ध्यान मेरे मोबाईल पर ही था। रास्ते में बार-बार उसे जेब से निकाल कर देखता था कि कहीं उसका फोन न आ जाए। फिर जेब से निकालकर हाथ में ही पकड़ लिया। तब तक 10.30 बज गए थे अब दिल में एक अजीब सी घबराहट होने लगी और मैं समझ गया कि अब उसका फोन नहीं आयेगा। ऑफिस आकर मायूस होकर जैसे ही अपनी सीट पर बैठा और मोबाइल टेबल पर रखा तभी उसका एक मैसेज आ गया:- Hi Jaan Wish you a Happy New Year Sory आज कॉल नहीं कर पाई वहां की छुट्टी है कल पक्का करूंगी, प्लीज गुस्सा मत होना 'आई लव यू'।'' ये मैसेज पढ़कर मेरी सारी आशाएं टूट गई जो मैं कल से उसके लिए लगा कर बैठा था। क्या उसको बिल्कुल भी अहसास नहीं कि मुझ पर क्या बीत रही होगी। क्या उसकी फैमली ही उसके लिए सब कुछ है मैं कुछ नहीं। क्या मेरे प्यार की इतनी ही कीमत रह गई है उसके लिए। सिर्फ दो लाईन का मैसेज। क्या ये तड़प सिर्फ मुझ अकेले की है। क्या उसको कोई फर्क नहीं पड़ता। सच ये सब सोचकर आज मेरी आँखे भर आई। 'जान' हैप्पी न्यू ईयर'

दिल के बाजार में मैं सबसे गरीब हूं,
ख्वाबों की दुनिया में एक ही बदनसीब हूं,
उनके पास मेरे लिए वक्त ही नहीं,
और लोग समझते हैं कि मैं उनके सबसे करीब हूं।

1 comment:

मोहन वशिष्‍ठ said...

भाई आपका लेख अभी मैंने पढा नहीं है पढूंगा बाद में अभी सिर्फ
नया साल 2009 आप सभी के लिए
सुखदायक
धनवर्धक
स्‍वास्‍थ्‍वर्धक
मंगलमय
और प्रगतिशील हो

यही हमारी भगवान से प्रार्थना है

Regard