Friday, January 2, 2009

"प्लीज 'जान' मुझ पर ट्रस्ट करो"

3 दिन का इंतजार आज जाकर टूटा विश्वास आज भी नहीं था कि वो फोन करेगी। पर फिर भी रोज की तरह आदत पड़ गई है उसका वेट करने की इसलिए उसका वेट किया। और घर से जल्दी निकल गया। और जल्दी ही ऑफिस पहुंच गया और फोन का वेट करने लगा इस बार वादे के अनुसार उसने 1.14 मिनट पर फोन किया। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि आज मैं उसको क्या कहूंगा।

मैंने फोन पिक किया। उसने 'हाय' कहा। मैंने भी जवाब में 'हाय' कहा। उसने हंसते हुए मुझे Happy New Year कहा पर मैंने उसे कोई जवाब नहीं दिया। उसने दुबारा Happy New Year कहा। और पूछा क्या हुआ गुस्सा हो क्या। मैंने कुछ नहीं कहा सिर्फ उसको भी Happy New Year कहा फिर वो कुछ कहना चाहती थी पर मैंने उसे कुछ बोलने से पहले उससे कहा कि मैं तुमको कुछ सुनाना चाहता हूं। उसने कहा क्या? मैंने उसे पिछले तीन दिन के पोस्ट पढ़कर सुनाना शुरू किया। वो बीच-बीच में कुछ बोलना चाहती थी पर मैंने उसे कुछ बोलने नहीं दिया। और सिर्फ बोलता गया। जब मैंने उसको सारी पोस्ट पढ़कर सुना दी तो उसने कहा ये तुमने कहां लिखा है। क्या ब्लॉग पर? मैंने कहा हां। उसने कहा I am Sorry जान। तुमने बहुत अच्छा लिखा है, पर मैं तुमको बताना चाहती हूं कि मैं भी तुमको 31 दिसम्बर और 1 जनवरी को बात करना चाहती थी पर मैं घर पर ही थी इसलिए बात नहीं कर पाई क्योंकि 31 को मैं क्लास के लिए नहीं गई थी। और 1 तारीख का मुझे पता नहीं था कि वहां की छुट्टी है वो भी मुझे मेरी कर्जन ने फोन करके बताया कि आज मत जाना आज की छुट्टी है। और मैं तुमको बताना चाहती हूं कि मैंने भी इन 3 दिनों में तुमको बहुत मिस किया। और सिर्फ तुमको ही याद करती रही।

मुझे भी लग रहा था कि तुमसे बात करनी चाहिए पर मैं नहीं कर पाई I am Sorry प्लीज मुझे माफ कर दो। पर आज मैं भी उससे Full और Final करने के मूड में बैठा था। मैंने कहा क्या तुमको बिल्कुल भी अहसास नहीं कि मुझ पर क्या बीत रही होगी। क्या अब यही ईमेज रह गई है मेरी तुम्हारी नजरों में। क्या सिर्फ इतना ही ट्रस्ट करती हो तुम मुझ पर। उसने कहा ऐसी कोई बात नहीं है मैं तुमको बिल्कुल सच कह रही हूं। मुझे तुम पर पूरा ट्रस्ट है। मैंने कहा I am Sorry जान बट मुझे लगता है कि हमारा ये रिलेशनशिप अब खत्म हो गया है। और इसको खत्म करने की जिम्मेदार सिर्फ तुम हो। और मैं तुमको कहना चाहता हूं कि तुम बाद में बहुत पछताओगी। क्योंकि मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं और इसका अहसास तुमको तब होगा मैं तुमसे दूर हो जाउंगा। अब उसने मुझसे दुबारा कहा कि जान प्लीज ऐसा मत बोलो तुम्हारे अलावा मेरा अब कोई फ्रंड भी नहीं बचा अगर तुम भी मुझे छोड़ दोगे तो मैं बिल्कुल अकेली रह जाउंगी। प्लीज तुम ये रिलेशनशिप ब्रेक मत करो। मुझे तुम पर पूरा ट्रस्ट है। मैंने कहा तुम अकेली कहां हो तुम्हारी इतनी बड़ी फैमली जो है तुम्हारे साथ। अकेला तो मैं हो गया हूं। उसने कहा फैमली सब कुछ नहीं होती। मुझे तुम्हारी जरूरत है।

आज तक जितनी बातें मैंने तुमसे की हैं वो किसी से नहीं की। और मैं तुमको कहना चाहती हूं कि तुम्हारे बाद अब मैं किसी को फ्रंड भी नहीं बना सकुंगी। मैंने उससे कहा कि तुमको फ्रंड की भी जरूरत नहीं है तुम्हारी फैमली जो है। फिर मैंने उससे कहा कि आज तुमको ये पोस्ट भी इसलिए आखरी बार पढ़कर सुना रहा था क्योंकि इसके बाद मैं ये ब्लॉग भी Delete कर दूंगा और तुमको ये भी कहना चाहता हूं कि आज के बाद तुमको ये कभी नहीं पता चलेगा कि मैं कहां गया या मेरे साथ क्या हुआ। उसने कहा प्लीज ऐसा मत करो तुमको मेरी कसम है अगर तुमने ब्लॉग Delete किया या अपने साथ कुछ भी गलत किया तो मैं भी अपने साथ कुछ कर लूंगी। प्लीज 'जान' मुझ पर ट्रस्ट करो।
मैं आगे से ऐसी गलत कभी नहीं करूंगी। 'जान' मैं तुमको बहुत प्यार करती हूं। और इतना कहने के बाद वो रोने लगी और रोते हुए कहा कि मैंने तुमसे सच्चा प्यार किया है। करती हूं। और हमेशा करती रहूंगी। पर प्लीज तुम मेरे साथ ऐसा मत करो। मुझसे बात करना मत छोड़ों और ये रिलेशनशिप ब्रेक मत करो। तुमको पता है तुमसे बात करके मुझे कितनी खुशी मिलती है उसके बाद मैं बिल्कुल उदास हो जाती हूं और रोज रात में रोती हूं। तुमको याद करती हूं। पर हां तुम्हारे सामने मुझसे रोया नहीं जाता बल्कि तुमसे बात करके मुझे खुशी मिलती है। और भी बहुत सारी बातें हुई। और लास्ट में उसने मुझसे यही कहा कि प्लीज मुझपर ट्रस्ट रखों। मैं तुम्हारा साथ दूंगी। पता नहीं मुझसे उसके आंसू नहीं देखे जाते मैंने उससे कहा कि ठीक है मैं तुमपर ट्रस्ट करूंगा। पर तुम वादा करो की तुम मेरा साथ दोगी। उसने कहा हां दूंगी।

तूफानों में किनारे मिल जाते हैं,
जिंदगी में सहारे मिल जाते हैं,
कोई चीज जिंदगी से प्यारी नहीं होती,
पर कुछ लोग जिंदगी से प्यारे हो जाते हैं

No comments: