Wednesday, December 3, 2008

''तुम्हारी याद''

हाय 'जान' आजकल ऐसा क्यों होता है। तुम्हारी याद हर पल, हर सकेंड, हर मिनट आती है। बल्कि अब पहले से भी ज्यादा आती है। जब तुम मेरे साथ थी। कभी-कभी तो इतनी ज्यादा आती है कि दिल की धड़कने तेज हो जाती हैं। सांसे धीमी पड़ जाती हैं। और पसीने छूट जाते हैं। पता नहीं तुमको भी मेरी याद इसी तरह आती है या नहीं। 'जान' मैं तुमको बहुत याद करता हूं। 'जान' तुम मुझको समझने की कोशिश करो। 'आई लव यू' 'जान'।

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